Kavya's Blog
Thursday, February 17, 2011
इच्छा
.
हर बार कुछ नया करना चाहती हूँ
जिन्दगी को नए रंगों से भरना चाहती हूँ
बस यही सोच कर रुक जाते है हाथ मेरे
किसी और कि दुनिया न बेरंग हो जाये
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